शिवलिंग पारद - AN OVERVIEW

शिवलिंग पारद - An Overview

शिवलिंग पारद - An Overview

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फुलेरा दूज के दिन पूजा का फल प्राप्त करने के लिए जरूर करें ये जरूरी काम

त्यामुळे त्यात शिवाचा वास असल्याने जे जे संसार रुपी मानव आहेत त्यांनी पाऱ्याच्या शिवलिंगाची उपासना करावी असे त्यात म्हटले आहे.

शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं.

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पारद, जिसे पारा भी कहा जाता है, एक तरल धातु है। पारद शिवलिंग को अत्यंत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म में इसकी महिमा का here वर्णन इस प्रकार है:

पारद शिवलिंग की पूजा से घर में शांति और सद्भाव का माहौल बनता है।

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स्फटिक शिवलिंग घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है।

इस शिवलिंग को सही दिशा में रखना अत्यधिक आवश्यक होता है।

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घर में पार्थिव शिवलिंग, धातु या स्फटिक और पारद शिवलिंग रख सकते हैं. लेकिन इनमें से श्रेष्ठ

पारद शिवलिंग की पूजा पूर्व-उत्तर दिशा की ओर मुंह करके पूजन करना चाहिए।

नंतर गायीचे कच्या दुधाने अभिषेक करून पुन्हा गंगाजल ने अभिषेक करावा.

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